
मुक्त ईहा
What makes you,,,
Think free,,,, Write free,,,
ABOUT ME

मुक्त ईहा (एक निर्बाध विचार ).......
यह सिर्फ एक शब्द नहीं एक प्रयास है उन सभी भावों को आकार देने का जो मन के कोनों में दबे रह गए।।
कितनी बार ही हम कहते-कहते चुप हो जाते हैं, लिखते-लिखते रुक जाते हैं सिर्फ यह सोचकर कि कोई क्या सोचेगा , क्या कहेगा ????
उन सभी खयाली बंदिशों सेअपनी ख्वाहिशों को आज़ाद कर एक कलम का साथ लेकर लेखन मुक्त प्रयास करना ही 'मुक्त ईहा' है ।
यह एक उम्मीद है स्वयं को तराशने की, एक प्रयास है अपनी सोच को खंगालने की, एक युक्ति है कलम के साथ अपने संबंधों को स्वीकारने की,एक चुनौती उन्मुक्त हुए बिना सहज विचार करने की, एक कोशिश सत्य को कविता और कहानी का चोला पहनाकर बेझिझक व्यक्त करने की, एक विश्वास है स्वयं का स्वयं पर बिना किसी अपेक्षा के सतत प्रयत्नशील रहने का।
क्योंकि मुक्ति ही जीवन मार्ग का अंतिम पड़ाव है और 'मुक्त ईहा' जीवन के सतत चलायमान होने का भाव!!!!