एक बावला सा सपना ।।Smriti TiwariJul 1, 20171 min readपलकों की देहरी पर बैठी उन्नींदी परियों संग आया हूँ ..... सपने तेरे रौशन करने को मैं चाँद तोड़ के लाया हूँ.....
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