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#बनारस #के #नाम "बनारस इतिहास से भी पुरातन है, परंपराओं से पुराना है, किंवदंतियों (लीजेन्ड्स) स

  • Writer: Smriti Tiwari
    Smriti Tiwari
  • Jul 9, 2017
  • 1 min read

अविरल गंगा नील आकाशी कोतवाल शिव नगर वो काशी।।। भोर सुनहरी शाम पलाशी घाट दीपोत्सव नगर वो काशी।।। हो अज़ान या सांझ आरती संकरी गलियां थमती जाती थम-थम के बढ़ता नगर वो काशी।। जीवन की किताब के नित नए प्राचीन आधुनिक पाठ पढ़ाती ज्ञान स्थली नगर वो काशी।।। पान हो या हो चाय की प्याली लस्सी कचौरी पूरी है भाती दावत हो हर गली नगर वो काशी।।। बिस्मिल्ला शहनाई में घुलकर हरी की मुरली तान सुनाती संगीत धरोहर नगर वो काशी।।।। तुलसी-कबीर की शिक्षा गुनती जहाँ प्रेमचंद की बूढ़ी काकी साहित्य सृजन का नगर वो काशी।।। बुद्ध की नीति ज्ञान की ज्योति अविमुक्त धरा में हिल-मिल जाती संस्कृति मिलन का नगर ये काशी।।। आस्थाओं की शिला धरोहर जन्म-मृत्यु से परे जो जाती उस मोक्ष मार्ग की राह है काशी।।। ◆◆◆ मुक्त ईहा 


 
 
 

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