ऐ दोस्त तेरी दोस्ती .....
- Smriti Tiwari
- Aug 6, 2017
- 1 min read
दोस्त तेरी दोस्ती कितने रूप धरा करती है, कभी झगड़ती कभी है हँसती कभी रूठा करती है । पर तेरी यही बात तुझे सबसे जुदा करती है, हम रहें न रहें दोस्ती फिर भी साथ रहा करती है । ऐ दोस्त तेरी दोस्ती ..... वक़्त गुज़र जाता है वक़्त बदल जाता है , ज़िंदगी में एक क़दम कभी ज़िंदगी बदल जाता है । बन जाता है याद जो हर एक पल गुज़र जाता है , और कोई लम्हा कभी ज़िंदगी बन जाता है । ऐ दोस्त तेरी दोस्ती ..... ● Śमृति @ मुक्त ईहा © https://smileplz57.wixsite.com/muktiiha Like @ https://www.facebook.com/me.smriti.tiwari/ Follow@

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