ये कैसी आदतें आने लगी हैं..😊
- Smriti Tiwari
- Aug 27, 2017
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सुना है कोई आँख गाने लगी है ! सितारों से नज़रे मिलाने लगी है ! मैं रहता हूं मुझसा तेरे साथ होके ! बेबाक़ हंसी अब यह बताने लगी है ! अलहदा सा है अहसास जो सारी ! फिक्रें आज़कल तू जताने लगी है ! बदलती अंगड़ाई संग रातें हैं कटती ! यादें शायद तेरी सताने लगी है ! चाँद फ़ीका है जबसे कहा है ये मैंने ! चांदनी झूठे तेवर दिखाने लगी है ! मैं दो पल जो लफ्ज़ों की गिरहें न खोलूं ! रूठा मुझे जान के तू मनाने लगी है ! कुछ अपना तो है दरमियान तेरे-मेरे ! नज़रें ख़ुशी वाला पानी बहाने लगी है ! ◆◆◆◆◆◆ ● Śमृति @ मुक्त ईहा © https://smileplz57.wixsite.com/muktiiha Like @ https://www.facebook.com/me.smriti.tiwari/ Follow@ https://www.instagram.com/mukht_iiha/ छायाचित्र आभार🤗 - !nternet

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