देखो! आज भी जब हम मिलते हैं !👫
- Smriti Tiwari
- Sep 12, 2017
- 1 min read
दिल दरख़्त पर आज भी मेरी यादों के गुलिस्तां सजते हैं ! दिवस अरु बरस सरकते हैं ! देखो ! आज भी जब हम मिलते हैं ! आज भी तुम अमलतास सी सुनहरी चमक जाती हो ! आज भी मैं पलाश सा सुर्ख हो बिखर जाता हूँ ! आज भी तुम रजनीगंधा सी मादक महक़ जाती हो ! आज भी मैं मोगरे सा भीनी खुशबू फैलाता हूँ ! आज भी तुम ग़ुलाब सी प्रेम का पर्याय हो जाती हो ! आज भी मैं गुलमोहर सा मन को ठंडक पहुंचाता हूँ ! आज भी तुम नरगिस सी अपनी निष्प्रभ से दुःखी होती हो ! आज भी मैं गुलदाऊदी बन तुम्हें दुनिया से खुद में छुपाता हूँ ! आज भी तुम लाजवंती सी मेरे सामने आकर सिमट जाती हो ! आज भी मैं सूरजमुखी सा तेरी ओर खिंचा चला आता हूँ ! आज भी तुम कुमुदनी सी सावन में थोड़ा और निखर जाती हो ! आज भी मैं कृष्ण कमल सा केवल तुझसे मिलने आता हूँ ! दिल दरख़्त पर आज भी मेरी यादों के गुलिस्तां सजते हैं ! दिवस अरु बरस सरकते हैं ! देखो ! आज भी जब हम मिलते हैं ! •••••✍✍✍ ● Śमृति @ मुक्त ईहा••••••• © https://smileplz57.wixsite.com/muktiiha Like @ https://www.facebook.com/me.smriti.tiwari/ Follow@ https://www.instagram.com/mukht_iiha/ छायाचित्र आभार🤗 - !nterne+

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