

उड़ते दिन⏱⏲
दिनों का क्या है , उड़ जाते हैं पंख लगाकर । रह जाते हैं हम, अपनी दुनिया से दूर, भीड़ में अकेले किसी अनकही गूँज की तरह । उदास शाम के साये...


आईना🎴
देखिये अज़ीब सी मुअ़ारज़ ये लोगबाग करते हैं , हमें बेग़ैरत कहने वाले आप आईना नहीं रखते हैं ! ●●●●●● मुअ़ारज़: - बहस •••✍✍✍ ● Śमृति @ मुक्त...


दर्पण🎴
दर्पण !! सुन तो सही तुझपर मन के अक्स की सच्चाई दिखती नहीं कहीं । लोगों के चेहरे पर दूजे ही चेहरे मढ़े हैं न जाने कितने ही परतों से रुख़...


मनकही❤❣
गुब्बारों को कभी उछाल के तो देखिये गुस्से का गुबार उनमें उड़ाल के तो देखिये ... होंठ खुद-ब-खुद मुड़ कर मुस्कुरा उठेंगे दिल में चुभी फ़ांस एक...


हिंदी✍
#हिन्दीदिवस मेरी नज़र में हिंदी हर क्षण में , हर दिन में, हर दिल में बसती है ।।✍ इसकी उपासना की जा सकती है ,किन्तु तिथि निर्धारण क्या...


वो आधा पौना पूरा चाँद !!!!!🌙
वो आधा पौना पूरा चाँद कभी तुझसा कभी खुद सा कभी बेगाना लगता है । हर शब आकर मिलता है मुझे पर अफ़साना लगता है । वो आधा पौना पूरा चाँद कभी...


छोटी सी बात 📝...मन के जज़्बात ❣💌...
आगोश-ऐ-मोहब्बत में मुसाबरत करना भी जान गये , गिरफ़्त है ये ऐसी कि रिहाई भी यहाँ मंज़ूर नहीं है ! ◆◆◆◆◆ मुसाबरत - सब्र •••••••✍✍✍ ● Śमृति @...


मैं आप ही अपनी मनस्विनी !🙏
मर्दित तन है निढ़ाल हो जाने दो गर्वित मन है प्रत्यंचा चढ़ाने दो अर्जित धन है लक्ष्य अचूक लगाने दो पर्वित जन हैं शब्दभेदी बाण चलाने दो मैं...


देखो! आज भी जब हम मिलते हैं !👫
दिल दरख़्त पर आज भी मेरी यादों के गुलिस्तां सजते हैं ! दिवस अरु बरस सरकते हैं ! देखो ! आज भी जब हम मिलते हैं ! आज भी तुम अमलतास सी सुनहरी...


इतवार स्पेशल.. ❣
थोड़ी खिलखिलाहट बाँट देखिये थोड़ा ग़म किसी से उधार लीजिये । हर दिन ही रहते हो व्यस्त बड़े ही आज़ खुल कर 'इतवारी' काट लीजिये !! •••••••✍✍✍ ●...