

बयां-ए-गज़ल✍
लफ्ज़ों से अपने हालात बयां करती हूं जो दिल में दबी थी वो बात बयां करती हूं । सोचा था उम्र भर न करूंगी कोई इज़हार कर वादा-खिलाफ़ी ज़ज़्बात...


Mirrors☯
न मुझमें कुछ मुझसा है न तुझमें कुछ तुझसा । नज़र का ख़ेल बदल कर देख़ मैं हद तक तुझसा हूँ बेहद तू मुझसा। •••••••••••••••••• ये तस्वीर बिन बोले...


मैं कालगर्भ से ही गुमनाम हूँ!!
स्वयं सिद्धा स्वयं कर्ता रखती मैं स्व-पहचान हूँ । बेड़ियों सी मर्यादा का भी करती एक हद सम्मान हूँ । धुरी हूँ मैं एक परिवार की समाज की,अख़िल...


मैं बस मामूली शायरा ✍...
मेरी सोच मेरे अपनों में है सिमटी मेरा मस्कन बना मेरा दायरा हाल-ऐ-दिल बयान कर देती हूँ मैं बस मामूली शायरा । मेरी दोपहरी वही फरागत वाली...


"Navratri"~Nine Nights..
🎆"नवरात्रि" या "नव रात्रि"🎆 ज़रा सोचिये,, नौ दिन-नौ रात चलने वाला उत्सव अगर किसी नवीन विचार की आधारशिला स्थापित करके जाये तो??? ⚫⚪⚫⚪...


फ़िरदौस🗾
चलो आज कहती हूँ कहानी तुमसे एक 'फ़िरदौस' की ! खुशनुमा फ़िज़ा की रंगत और ज़ीनत से गुलपोश की ! यहीं ज़मीन पर छोटा सा हिस्सा कहलाता कश्मीर है !...


"सशक्तिकरण" या "शुद्धिकरण" ??
नमस्कार, मेरे कई मित्रों और शुभचिंतकों द्वारा मुझसे कहा गया कि मैं नारी के सशक्तिकरण पर कुछ क्यों नहीं लिखती? 🤔 लिख...


तस्वीर🖼
तू शख्स नहीं है रंगरेज़ है वो, जिसके होने से ही मेरे ख़्यालात रंगीले रहते हैं!! 🙈😄 मैं तो थी कोरे कागज़ सी तस्वीर मुझे तुम बना गये। दिल...


क्या कहूँ??
'कहते-कहते बहुत सी बातें लब ये खामोश हो गये। जाने वक़्त का तकाज़ा था या हमारा संभल जाना कि आब-ऐ-चश्म आँखों से बहकर रुकी अधूरी बात कह गये।" ...


🙏🙏🙏🙏🙏#या_देवी_सर्वभूतेषु_सार्वभौम_रूपेण_संस्थितः !!!#नमः_तस्यै_नमः_तस्यै_नमः_तस्यै_नमो_नमः !!!�
माँ दुर्गा-लक्ष्मी-सरस्वती स्त्रैण के त्रि-आयाम प्रतीक ! तमस-रजस-सत्व की ओजमयी देती माता सीख ! ये पूजन मात्र का भाव नहीं है हर मंथन का...