

अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि 🙏....
क्यों पटरियां थरथरा रही फिर मानवता फड़फड़ा रही आये दिन ये क्या हो रहा है सवाल यही दोहरा रही ।। आये दिन का हाल हुआ ये मानव पल में कंकाल हुआ...


नई शुरुआत💮
स्याह आकाशी ओढ़नी , सिंदूरी सी हुई लगता है फ़िर कोई , शुरुआत है हुई .... दीप्त सुर्ख रवि , पवन में ताज़गी नई लगता है फ़िर कोई , शुरुआत है...


ग़ज़ल✍✍
तेरी नज़रों में मेरे अक्स की ठहर अभी बाकी है सीने में दबी तेरे साथ की कसक अभी बाकी है सरसराती हवा ने बिसरी यादों से आकर कहा पन्नों में...


करुण पुकार 😢😞
मासूम सी इक आह सिसक के पूछती है.. ग़लती हुई है किससे वाज़िब ज़वाब ढूँढती है !! कोई दया है दिखाता कोई रोष है जताता.. ये समां देख मुझको हाय!...


वेदना😢
इंसानियत को दफनाकर सब चैन से सो गए देखिये तो लोग यहां सारे पत्थर से हो गए ।। हमराज़ ढूंढते हम नकाबपोशों के शहर में पर्दे सरके तो अपने भी...


ये इश्क़ ! 💓या ख़ुदा!!💖
"अग्यार हमसे नज़ीब हैं बस ख़ुत्बा देते अदीब हैं... हुए सिलसिले भी अजीब हैं कहते इसे ही नसीब हैं ".... बड़ी मशहूर कहावत है कि "होनी को भला...


ग़ज़ल✍
क़लम हो रही उदास चलिये ग़ज़ल कह देता हूं कई रोज़ हुये देखे तुमको ही नज़र कह देता हूं..... स्याह शब वो सारी तन्हा तिल-तिल कटी हैं तेरी दस्तक...


कुछ रूमानी सा..❤
कम शब्दों में ज़्यादा कहने की कोशिश..... छोटी सी बात... मन के जज़्बात... इक़्तिज़ा यही है दिल-ए-बेकरार की इसके इख्लास पर एक उनका ही...


वतन🇮🇳
ज़िंदगी है हवन तो नमन चाहिये, जीतना है समर तो लगन चाहिये। आँधियों से न यूं खौफ़ खाया करो, दीपकों के लिये भी पवन चाहिये। शब्द की बंद से ही...


दो शब्द...✍
दो नैनों से दुनिया देखी पर मन के अंदर झाँक न पाये । दो हाथों से सृजन कर डाला फिर भी इंसान बना न पाये । दो कर्णों ने सुने सभी स्वर आत्म...